सच्ची घटना पर आधारित फ़िल्म " डायरेक्ट एक्शन डे "  का मुहूर्त संपन्न 

सच्ची घटना पर आधारित फ़िल्म " डायरेक्ट एक्शन डे "  का मुहूर्त संपन्न 

भोपाल - जमशेदपुर  : फ़िल्म डायरेक्ट एक्शन डे का  भव्य मुहूर्त भोपाल के कोर्टयार्ड मैरियट में  संपन्न हुआ।  कार्यक्रम की शुरुआत में कैबिनेट मंत्री शैलेंद्र शर्मा  मुहूर्त  क्लेप  देने के साथ-साथ निर्माता-निर्देशक को ऐसे सब्जेक्ट पर फिल्म बनाने के लिए धन्यवाद दिया. इस फिल्म के निर्देशक सचिंद्र शर्मा ने निर्माता जितेंद्र चौरे,कमलेश श्रीवास्तव एवं  सह निर्माता हेमन्त गौर  का आभार व्यक्त किया। 
श्री शर्मा  ने कहा  ऐसे विषय के लिए मुझे निर्देशक चुना  गया। यह कहानी देश की आजादी से ठीक 1 साल पहले कोलकाता में हुए डायरेक्ट एक्शन डे पर आधारित है.पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विषय भले ही संवेदनशील है लेकिन सच तो सामने आना ही चाहिए । उन्होंने कहा कि विशेष बात यह है कि डायरेक्ट एक्शन डे के साथ कल भी आज भी यह शब्द जोड़ा गया है इसका विशेष महत्व यह है कि आज भी कुछ फिरकी परस्त लोग आजाद हिंदुस्तान में रहते हुए भी पाकिस्तानी मानसिकता के हैं जिससे देश में अशांति फैलती है । निर्माता जितेंद्र चौरे ने कहानी को अंजाम दिया है जिसकी पटकथा और संवाद सचिंद्र शर्मा ने लिखा है।  ऐतिहासिक घटना पर आधारित फिल्म के बारे में कहा गया कि इस फिल्म के निर्माण से पूर्व रिसर्च की जरूरत थी जिसे रिसर्च किया है अखिलेश शर्मा अमोली ने ।  फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे तनुज विरवानी , और साथ में है  गोविंद नामदेव सुहासिनी , मुले आरिफ जकारिया ,  पंकज बेरी ,  गरिमा शर्मा. अजय सिंह , पृथ्वी  ज्योतिषी,  दिव्या शर्मा ,  सुंदरम भारद्वाज. अंकुर त्यागी. 
बताया गया कि अन्य कलाकारों का चयन जारी है. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए निर्माता जितेंद्र चौरे ने कहा के निर्माता के तौर पर उनकी पहली फिल्म है. और मैं ऐसे विषय से अपनी कंपनी की शुरुआत करना चाहता था. जिसे देश और समाज को कुछ मिले. डायरेक्ट एक्शन डे  देखने के बाद दर्शकों को यह पता चलेगा की देश की आजादी के लिए कितनी कुर्बानियां दी गई है। उन्होंने कहा कि  हजारों लाखों ऐसे लोग थे जो देश के लिए शहीद हुये। यह इतिहास का वह काला सच है जिसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा आज के युवाओं को इस सच की जानकारी होनी चाहिए ।  अगर गोपाल पाठा जैसे योद्धा ना होता तो आज  कलकत्ता  पाकिस्तान में होता। गोविंद नामदेव इस फिल्म में  बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री हुसैन सुहरावर्दी की भूमिका में है. सरदार कृपाल सिंह की भूमिका निभा रहे हैं.पंकज बेरी जिन्होंने उस वक्त हिंदू समाज की रक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे दी थी। 
  मुख्य नायक तनुज  विरवानी गोपाल पाठक की भूमिका  निभा रहे हैं  तनुज ने कहा आज सिनेमा बदल चुका है और लोग सच्ची कहानियों पर आधारित फिल्म देखना चाहते हैं. सचिद्र शर्मा  ने मुझ पर विश्वास किया और यह भूमिका दी इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं और मेरी कोशिश है कि मैं गोपाल पाठा की भूमिका के साथ न्याय कर सकूं. जब पत्रकारों ने निदेशक सचिन्द्र शर्मा से पूछा कि बंगाल की पृष्ठभूमि पर बनने वाली फिल्म की शूटिंग भोपाल में क्यों.. तो शर्मा ने कहा कि फिल्म की शूटिंग कहीं भी हो सकती है..और मध्यप्रदेश में बंगालियों का अच्छा खासा प्रभाव रहा है. इसलिए परिवेश और भोपाल की खूबसूरती को ध्यान में रखकर शूटिंग यहां की जाएगी. फिल्म की शूटिंग सितंबर से शुरू होगी और नवंबर तक खत्म हो जाएगी. यह फिल्म  अप्रैल 2024 में  रिलीज होंगी ।