लोकसभा चुनाव 2024 - झारखंड में मतदान का पहला चरण 13 मई को, चार सीटों के लिए वोट डालेंगे मतदाता

45 उम्मीदवारों की किस्मत 13 मई को EVM में कैद हो जायेगी।

लोकसभा चुनाव 2024 - झारखंड में मतदान का पहला चरण 13 मई को, चार सीटों के लिए वोट डालेंगे मतदाता


रांची,

झारखंड में प्रथम चरण का मतदान सोमवार यानि 13 मई को शुरू हो रहा है। राज्य की 14 सीटों में 4 सीटों पर इस पहले चरण में मतदान होने हैं, जिसमें खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा और पलामू लोकसभा के सीट हैं। कुल 64 लाख 58 हजार 36 मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे, जिसमें 32 लाख 38 हजार 955 पुरूष व 32 लाख 19 हजार 39 महिला मतदाता होंगी। सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूष मतदाता से अधिक है। इस चरण के लिए 7595 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं।  अब आगे इस चारों सीटों के चुनावी समीकरण और पिछली चुनाव के आँकड़ों पर नजर डालते हैं। 

खूंटी

60 प्रतिशत से अधिक आदिवासी मतदाताओँ वाले इस लोकसभा सीट पर वर्तमान में जनजातीय मामलों के केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा प्रतिनिधित्व करते हैं, जो इस बार भी बीजेपी के उम्मीदवार हैं। इस वजह से यह सबसे हाई प्रोफाईल सीट बन जाती है। इस सीट पर कुल 7 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है, लेकिन प्रमुख मुकाबला बीजेपी और इंडी प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के बीच ही है। अबतक के भाजपा सांसदों के नाम छोड़ दिये जायें, तो यहां से ईसाई समुदाय के उम्मीदवार ही जीत दर्ज करते आये हैं। अगर इस बार इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी की जीत होती है, तो यह रिकॉर्ड भी टूटेगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद महज 1447 वोट से अर्जुन मुंडा जीते थे। इस बार भी उनकी राहें उतनी आसान नहीं दिखती।


सिंहभूम

सिंहभूम लोकसभा सीट में इस बार समीकरण बदला बदला सा है। दरअसल वर्तमान सांसद गीता कोड़ा ने चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी का हाथ थाम लिया। भाजपा ने उन्हें इस बार अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि इंडिया गठबंधन ने मंत्री जोबा मांझी को मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी दी है। यह इकलौता सीट है, जहां महिला उम्मीदवार को महिला से ही चुनौती मिल रही है। आदिवासी बहुल सिंहभूम सीट में उड़िया व कुर्मी मतदाताओं का भी अच्छा प्रभाव है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की गीता कोड़ा को 431,815 वोट लकर चुनाव जीता था. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के लक्ष्मण गिलुवा को 359,660 वोट मिले थे।

पलामू

इस सीट पर मुख्य मुकबला भाजपा के वर्तमान सांसद बीडी राम और राजद उम्मीदवार ममता भुइँया के बीच माना जा रहा है। भाजपा उम्मीदवार विष्णु दयाल राम के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनावी सभा कर चुके हैं। वहीं राजद उम्मीदवार ममता भुईयां के पक्ष में तेजस्वी यादव ने भी आये थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में विष्णु दयाल राम 4,77,509 मतों के अंतर से जीते थे। 

लोहरदगा

लोहरदगा लोकसभा में इस बार 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है, लेकिन मुख्य मुकाबला तीन उम्मीदवारों के बीच है। यहां भाजपा ने पूर्व राज्यसभा सांसद समीर उरांव को इस बार उम्मीदवार बनाया है, तो वंही इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सुखदेव भगत मैदान में है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा यहां  निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सुदर्शन भगत 10,363 मतों के अंतर से जीते थे। 

15 करोड़पति और 16 ग्रेजुएट

पहले चरण के मतदान में कुल 45 उम्मीदवारों के शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो मात्र 16 उम्मीदवार ही ग्रेजुएट हैं, जिसमें अर्जुन मुंडा, अर्पणा हंस, बबिता कच्छप, बसंत लोंगा, बिहारी भगत, ब्रजेश तुरी, चमरा लिंडा, गीता कोड़ा, महादेव चंद्र कुंकल, ममता भुईयां, मारयुनिस तिग्गा, पनमानी सिंह, परदेशी लाल मुंडा, रंजीत भगत, बीडी राम और वृंदा राम के नाम शामिल हैं। वंही उनके आय की बात करें तो 15 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनमें भाजपा से तीन, कांग्रेस से एक, झामुमो से एक और चार निर्दलीय उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक हैं। नामांकन में दाखिल किये गये एफिडेविट के मुताबिक पलामू सीट से बहुजन मुक्ति पार्टी के उम्मीदवार राम वचन राम के पास सबसे अधिक 18 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। वहीं 16 करोड़ से अधिक संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर खूंटी सीट से भाजपा के उम्मीदवार अर्जुन मुंडा है।