शास्त्रीनगर हिंसा मामले की मांग को लेकर भाजपाईयों ने डीसी ऑफिस पर दिया धरना

जमशेदपुर : कदमा के शास्त्रीनगर में हिंसा में भाजपा व हिंदुवादी नेताओं की गिरफ्तारी के बाद से आंदोलनरत महानगर भाजपा ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर विरोध जताया. धरना का नेतृत्व सांसद विद्युत वरण महतो ने किया. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत जिला के तमाम बड़े नेता मौजूद थे.

शास्त्रीनगर हिंसा मामले की मांग को लेकर भाजपाईयों ने डीसी ऑफिस पर दिया धरना

जमशेदपुर : कदमा के शास्त्रीनगर में हिंसा में भाजपा व हिंदुवादी नेताओं की गिरफ्तारी के बाद से आंदोलनरत महानगर भाजपा ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पर धरना देकर विरोध जताया. धरना का नेतृत्व सांसद विद्युत वरण महतो ने किया. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत जिला के तमाम बड़े नेता मौजूद थे.

मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा संघर्ष की उपज है. कार्यकर्ता तानाशाही एवं दमन से घबराने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. लेकिन इससे कार्यकर्ता घबराने वाले नहीं हैं. “जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है”. जब तक भाजपा एवं हिंदुवादी नेताओं को न्याय नहीं मिल जाता है. तब तक अन्याय के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी. 
सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे कार्यकर्ता
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जुल्म की एक इंतेहां होती हैं. यहां तो जुल्म की सीमा पार कर गई है. निर्दोष कार्यकर्ताओं को सुबह-सबेरे घरों में दबिश देकर उठाया गया. मानो वो बड़े आतंकवादी हों. जो लोग शहर में मौजूद नहीं थे. उन्हें भी घटना में शामिल बताया गया. भाजपा नेता अभय सिंह, सुधांशू ओझा सरीखे नेताओं का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि उक्त नेता शहर में नहीं थे. फिर भी उन्हें आरोपी बनाया गया. सारा कुछ सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ने किया. जबकि रामनवमी के पहले से ही जिला प्रशासन की भूमिका निष्पक्ष नहीं रही. घटना के बाद प्रशासनिक कार्रवाई एक पक्षीय हुई है. जिससे निर्दोष लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की. कहा कि पार्टी कार्यकर्ता जुल्म के खिलाफ सरकार की ईंट से ईंट बजाने का काम करेंगे. 
वरीय पदाधिकारियों से पर्यवेक्षण कराने की मांग
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि घटना के पहले एवं बाद में जिला प्रशासन की दवाब में की गई कार्रवाई से भाजपा व हिंदुवादी नेताओं को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने इस पूरे मामले का पर्यवेक्षण पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों से कराने की मांग की. साथ ही कहा कि घटना के बाद भाजपा की जांच कमिटी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराते हुए निर्दोष लोगों का नाम केस से हटाने की मांग की थी. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अब तक ऐसा नहीं किया गया है. 
कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है पार्टी- सांसद
घरना की अध्यक्षता करते हुए सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि कार्यकर्ता अपने को अकेला नहीं समझें. पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है. कदमा के शास्त्रीनगर हिंसा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना प्रशासनिक विफलता का परिणाम है. समय रहते त्वरित कदम नहीं उठाया गया. जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हो गई. वहीं स्वागत भाषण देते हुए जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि झारखंड सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है. एक वर्ग को खुश करने के लिए दमनकारी रास्ता अख्तियार कर रही है. इससे भाजपा कार्यकर्ता घबराने वाले नहीं हैं. सरकार के गलत एवं दमनकारी नीतियों का विरोध जारी रहेगा.