सरकारी जमीन की मापी करने आए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को धमकाया

मनपीटा ग्राम में सरकारी जमीन की मापी करने आए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी. उक्त धमकी के विरोध में रविवार को ग्रामसभा की एक आपात बैठक हुई. जिसमें सरकारी कर्मचारियों के व्यवहार की कड़ी निंदा की गई. साथ ही इस मामले में विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया गया. सभी

सरकारी जमीन की मापी करने आए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को धमकाया

सरकारी जमीन की मापी करने आए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को धमकाया
मनपीटा ग्राम के लोग 8 मई को डीसी ऑफिस पर करेंगे प्रदर्शन
जमशेदपुर :  मनपीटा ग्राम में सरकारी जमीन की मापी करने आए कर्मचारियों ने ग्रामीणों को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी. उक्त धमकी के विरोध में रविवार को ग्रामसभा की एक आपात बैठक हुई. जिसमें सरकारी कर्मचारियों के व्यवहार की कड़ी निंदा की गई. साथ ही इस मामले में विरोध दर्ज कराने का निर्णय लिया गया. सभी ग्रामीण 8 मई को डीसी ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे. ग्राम प्रधान रामचरण कर्मकार ने बताया कि कि पिछले दिनों गांव के सरकारी जमीनों की मापी की जा रही थी. इसका कारण पुछने पर कर्मचारियों ने धमकाया तथा झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी देने लगे. उस दौरान ग्रामीणों ने कोई विरोध नहीं किया.. 
ग्रामसभा की अनुमति जरूरी
ग्राम प्रधान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी मापी कर सकते हैं. लेकन उन्हें ग्राम प्रधान को सूचित करना होगा. वहीं उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में अगर कोई सरकारी योजना का क्रियान्वय

न होना है तो इसके लिए ग्रामसभा जरूरी होगी. सरकारी कर्मचारी द्वारा ग्राम सभा के गोट पूजा स्थल, जाहिरथान एवं गोचर स्थल की मापी ग्रामसभा को बिना सूचित किए किया जा रहा है था. जिसका मनपीटा ग्राम सभा पुरजोर विरोध करती है. उन्होंने कहा कि 8 मई को डीसी समेत प्रशासनिक पदाधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों को मांग पत्र सौंपा जाएगा. बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा लोहार, सोमनाथ पाड़ेया, हुरलुंग पंचायत की मुखिया लीना मुंडा,पंचायत समिति सदस्य सुमित्रा देवी, वार्ड सदस्य बुका हो, भक्तु कर्मकार, प्रभाकर हांसदा के अलावा सैकड़ों ग्रामवासी उपस्थित थे.