यज्ञ के दूसरे दिन : हवन , पूजन व तर्पण के बाद इंद्रदेव हुए प्रसन्न , झमाझम हुई बारिश ,  गर्मी की तपीश से लोगों को मिली राहत ।

यज्ञ के दूसरे दिन : हवन , पूजन व तर्पण के बाद इंद्रदेव हुए प्रसन्न , झमाझम हुई बारिश ,  गर्मी की तपीश से लोगों को मिली राहत ।

जमशेदपुर : भागीरथवंशी शहीद आत्मा शांति नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन भगवान इंद्र प्रसन्न हुए । हवन , पूजन , तर्पण के बाद जब यज्ञ संपन्न हुआ तो इंद्रदेव प्रसन्न हुए और झमाझम बारिश हुई। यज्ञ स्थल पर लोग इंद्रदेव के प्रति तपीश भरी गर्मी में बारिश के लिए आभार प्रकट किया।  यज्ञ समिति के अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा कि लाखों हिंदुओं के आत्मा के शांति के लिए आहुत इस यज्ञ में तर्पण के इंद्र देवता प्रसन्न होकर आशीर्वाद स्वरूप  बारिश की बूंदा बंदी कर मन तृप्त कर दिये। इस बूंदाबांदी से यज्ञ स्थल पर उपस्थित सभी लोग भावनात्मक रूप से काफी प्रसन्न हुये। 
यज्ञ के दूसरे दिन प्रातःकाल मंत्रोच्चार के साथ पूरे विधि विधान से हवन पूजन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। तत्पश्चात तर्पण का कार्यक्रम विधि पूर्वक संपन्न हुआ। 
उधर शाम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चित्रकुट से आए स्वामी सीताराम दास जी प्रवचन दिये। उन्होंने कहा कि जो लोग सर्वधर्म संभाव की बात करते हैं  वो झूठ बोलते हैं उन्हे धर्म का  ज्ञान नहीं है। धर्म तो सिर्फ सनातन है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही इकलौता ऐसा धर्म है जिसमें चींटी से लेकर सर्प तक की चिंता की जाती है। बाकी तो सब पंत और संप्रदाय है। उन्होंने सभी सनातन भाई बहनों को संस्कार और संस्कृति बचाए रखने के लिए सजग रहने की अपील की। उन्होंने नई पीढ़ी से इसके लिए विशेष अनुरोध किया। 
कार्यक्रम में  यज्ञ समिति के संरक्षक हरि बल्लभ सिंह आरसी, ए.के. श्रीवास्तव , सुधीर कुमार, अध्यक्ष रमेश कुमार , महासचिव  शिवपूजन सिंह , मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव ,श्रीमती अनीता सिंह , कन्हैया दुबे , टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष पीएन सिंह   , तुलसी भवन के मानद महासचिव प्रसन्नजित तिवारी ,  दिनेश कुमार सिंह , सतीश सिंह , हंसराज मिश्रा,  जमुना तिवारी व्यथित ,  मंगल सांडिल , डी.डी.त्रीपाठी, रविन्द्र प्रताप सिंह, मनोज मिश्र, रघुनाथ प्रसाद , दिनेश सिंह , उमाशंकर तिवारी ,श्रीमती मुनमुन चक्रवर्ती, श्रीमती डालिया भट्टाचार्यी समेत सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे। 
कार्यक्रम
16 जून को प्रातः 9 बजे से हवन , पूजन एवं गीता पाठ तत्पश्चात दोपहर 1 बजे महा प्रसाद का वितरण।