140 KM पैदल चलकर रांची पहुंचे, राजभवन के सामने धरने पर बैठे 1971 जंग का जाबांज सिपाही

1971 भारत-पाकिस्तान की जंग में गोली खाये सैनिक अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर 140 किमी पैदल चलकर रांची में सपरिवार बैठा धरने पर।

140 KM पैदल चलकर रांची पहुंचे, राजभवन के सामने धरने पर बैठे 1971 जंग का जाबांज सिपाही

रांची 


1971 की भारत पाकिस्तान युद्ध में लांस नायक अल्बर्ट एक्का के साथ युद्ध लड़े घायल भूतपूर्व सैनिक पोदना बालमुचू सपरिवार अपने हक और अधिकार को लेकर 140 किलोमीटर पैदल चलकर रांची पहुंच और धरने पर बैठा है। भूतपूर्व सैनिक पोदना ने अपना दुख और दर्द बताते हुए कहा कि उसने 12 साल तक आर्मी में रहकर देश सेवा की और 1971 की जंग में गोली खाई। जिसके लिए उन्हें कई मेडल से सम्मानित किया गया। उस समय सरकार ने चाईबासा में 5 एकड़ जमीन और पेंशन देने का वादा किया था। पर 52 वर्ष बाद भी ना तो जमीन मिली ना ही पेंशन मिला। किसी तरह पोदना के परिवार वाले मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।

हेमंत सोरेन का आश्वासन भी अधूरा

प्रदेश की हेमंत सरकार से भी अपनी मांगों को लेकर 13 मार्च 2023 को मिले थे। मुख्यमंत्री ने 10 दिनों में सारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। पर 8 महीने बाद अपनी मांगों को पूरा नही होता देख, थक कर 140 किमी दूर झारखंड के चाईबासा जिला स्थित अपने गांव से पैदल चलकर राजभवन के समक्ष सपरिवार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।